
रेल जमालपुर ने सहरसा को 2 -0 से पराजित कर लहराया परचम
सहरसा। जिले के सिमरी बख्तियारपुरनगर परिषद के हाई स्कूल खेल मैदान में दस दिवसीय 72 वां राज्यस्तरीय सीनियर एसएम मोईनुल हक कप फुटबॉल टूर्नामेंट के पाचवें 
दिन गुरूवार को ग्रुप ए टीम से सहरसा बनाम रेल जमालपुर के बीच शानदार मुकाबला हुआ। हालांकि रेल जमालपुर की टीम ने निर्धारित समय में 2 गोल कर अपना दबदबा बनाए रखा। वही सहरसा टीम के तरफ से एक भी गोल नही किया गया। जिस कारण रेल जमालपुर ने सहरसा को 2 – 0 से पराजित कर परचम लहराया। बता दे की खेल शुरू होने के फस्ट हॉफ 45 मिनट के भीतर रेल जमालपुर की टीम के 18 नंबर जर्सी पहने खिलाड़ी अशोक कुमार ने अपने खेल का दमखम प्रदर्शन कर पहला गोल कर परचम लहराया। वही 45 मिनट के सकेंड हॉफ के खेल शुरू होने पर रेल जमालपुर के 9 नंबर जर्सी पहने खिलाड़ी सनोज मुर्मुर ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए टीम के लिए दुसरा गोल करने में सफलता हासिल किया। जिस कारण रेल जमालपुर की टीम ने खेल का अच्छा प्रदर्शन करते हुए सहरसा टीम को 2 – 0 से पराजित कर परचम लहराते हुए फाइनल मैच में अपनी जगह पक्की कर ली। पांचवे दिन के फुटबॉल टूर्नामेंट उद्घाटन समारोह के नेशनल रैफरी सुदीप कुमार गुप्ता, संजय कुमार सिंह, बरकत फाउंडेशन के बरकत अली, जिला संघ के सचिव अफरोज आलम समेत ने सहरसा और रेल जमालपुर की टीम से परिचय करते हुए फुटबॉल मैच का शुभारंभ किया। आज ग्रुप ए टीम का सेमिफाइनल सहरसा बनाम रेल जमालपुर के बीच शानदार मुकाबला हुआ। इस दौरान सिमरी बख्तियारपुर हाई स्कूल के ऐतिहासिक खेल मैदान के चारों तरफ खेल प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। खेल का प्रदर्शन देख खेल प्रेमियों ने खिलाड़ियों का ताली बजाकर हौसला बढ़ाने में जुटे रहे। वही फुटबॉल टूर्नामेंट के पांचवे दिन मुख्य अतिथि बने बरकत फाउंडेशन के बरकत अली के तरफ से खेल कमिटी को 11 हजार रूपये का चेक प्रदान कर सहयोग किया। फुटबॉल टूर्नामेंट के पांचवे दिन मैच रेफरी की भूमिका रौशन कुमार गुप्ता, सिद्धार्थ सुमन, कैलाश कुमार, नोशादुल हुसैन, असगर हुसैन एवं उदघोषक की भूमिका अफरोज उर्फ गुड्डू ने निभाई। मौके पर पहुंचे नेशनल रैफरी सुदीप कुमार गुप्ता, संजय कुमार सिंह का कमेटी के द्वारा स्वागत किया गया। वही फुटबॉल टूर्नामेंट के सफल संचालन में मोजाहिर आलम, अफरोज आलम, बरकत अली, मो. आसिफ, मो. अयुव आलम,बाबी आलम, मंटू पासवान, महेश पासवान, रंजन पासवान, वकील आलम, फरहान दानिश, मिट्टू, सैफ, जेपी, अफरीदी, ब्रह्मदेव हांसदा, केसरी, डब्लू, पिंटू, शंकर सिंह, मन्नान आलम समेत अन्य मौजूद थे।

