
कोरोना काल में प्रधानमंत्री के देवदूत 108 – 102 एंबुलेंस चालक आज पहुंचे भुखमरी के कगार पर
बोले एक सप्ताह में नही हुआ समाधान तो परिवार सहित स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर देंगे धरना
शाहजहांपुर / कोराेना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन रात मरीजों को सेवा में लगे रहने के बाद कोरोना योद्धा और देवदूत कहलाने वाले 102 – 108 एंबुलेंस चालको ने सेलरी बड़ाए जाने को हड़ताल की तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और उनके स्थान पर अन्य की तैनाती कर ली गई थी जिसको लेकर एंबुलेंस चालक स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले जिस पर उन्हें आशावश्न मिला लेकिन आज भी वह भटक रहे है हालत यह है की न्याय की आस में आज वह सब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है जिसको लेकर आज एंबुलेंस चालको ने एक ज्ञापन सौंपा। 
दिए गए ज्ञापन में उन्होंने कहा की एंबुलेंस कर्मचारियों की समस्या काफी लंबे समय से लंबित है जो कोरोना योद्धा कहलाए प्रधानमंत्री ने देवदूत की संज्ञा दी हजारों कर्मचारी सरकार व गैर सरकारी सस्थाओं के द्वारा सम्मानित किए गए आज वही 9000 कर्मचारी एक सप्ताह पहले इटावा से पैदल चलकर न्याय यात्रा लेकर लखनऊ स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर पहुंचे 2 दिन मुलाकात में लगे स्वास्थ्य मंत्री ने एक सप्ताह का आश्वासन दिया सभी कर्मचारियों के सामने एक सप्ताह पूरा होने के बाद अभी भी कोई कर्मचारी हित मे निर्णय नहीं हुआ है आज कर्मचारी परेशान है जिससे यह फैसला किया गया अब एक सप्ताह के अंदर 9000 कर्मचारियों की समस्या का समाधान अगर नहीं हुआ तो 7 दिन बाद कर्मचारी अपने पूरे परिवार के साथ बच्चे बीबी बूढ़े मां-बाप को लेकर भूखे पेट स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर भूख हड़ताल पर अनिश्चितकालीन समय के लिए बैठ जाएंगे।

