आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान अंतर्गत प्रोफेशनल सम्मेलन का आयोजन
जौनपुर/जलालपुर।भारतीय जनता पार्टी जिला मछलीशहर द्वारा क्षेत्र के जनहित महाविद्यालय में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के अंतर्गत प्रोफेशनल सम्मेलन का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री वरुण गोयल ने कहा कि यह प्रोफेशनल सम्मेलन संकल्प है आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का, विकसित भारत के उदय का, और स्वदेशी के व्यापक जन-आंदोलन का। 
“हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” कोई सामान्य नारा नहीं, यह समृद्धि का मार्गदर्शक मंत्र है, जो हमें स्थानीय उत्पादों, कौशल और नवाचार के सहारे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
आत्मनिर्भरता का मूल अर्थ है आर्थिक शक्ति के साथ सांस्कृतिक आत्मविश्वास, जहां खरीदारी की हर पर्ची से लेकर तकनीक के हर चयन तक स्वदेशी प्राथमिकता बने। स्वदेशी का दायरा आज खादी और दीयों से आगे बढ़कर ब्रह्मोस, तेजस, सेमीकंडक्टर, डिजिटल इंडिया और यूपीआई तक फैल चुका है यही नया भारत है, जो लोकल से ग्लोबल बन रहा है।
इस बहु आयामी प्रयास का लक्ष्य स्पष्ट है स्वदेशी के प्रति जागरूकता, स्थानीय कारीगरों-उद्यमियों का सशक्तीकरण, और जिले से लेकर देश तक आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की श्रृंखला को मजबूत करना।
प्रोफेशनल सम्मेलन की केंद्रीय भावना है कौशल, नवाचार और उद्यमिता का संगम। जब हर पेशेवर अपने क्षेत्र में स्थानीय समाधान, स्थानीय सप्लाई-चेन और भारतीय तकनीक को अपनाता है, तब रोज़गार, निवेश और मूल्य-वर्धन की नई धाराएं बनती हैं। इसीलिए “वोकल फ़ॉर लोकल” केवल आग्रह नहीं, प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त की रणनीति है, जिसे हमें हर परियोजना और हर खरीद नीति में लागू करना है।
प्रोफेशनल समुदाय की भागीदारी और जनसंपर्क की निरंतरता ही इस अभियान की सफलता का आधार है, और इसी से विश्वास पैदा होता है कि हम हर परिवार तक स्वदेशी का संदेश और अवसर पहुँचा रहे हैं। जिलाध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि
उद्योग जगत से जुड़े लोगों, स्टार्टअप फाउंडर, डॉक्टर,इंजीनियर, वकील, शिक्षक, क्रिएटर और कारीगर सब मिलकर एक साझा प्रतिज्ञा लें अपनी सप्लाई लिस्ट में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता, अपनी सेवाओं में भारतीय सॉफ्टवेयर टेक प्लेटफॉर्म का उपयोग, और अपनी संस्थाओं में “स्वदेशी पर 75% खरीद” का वार्षिक लक्ष्य। यह प्रतिज्ञा यदि हर संस्था निभा ले, तो अर्थव्यवस्था में तत्क्षण सकारात्मक तरंग उठेगी।
ये प्रयास केवल आर्थिक नहीं, भावनात्मक और राष्ट्रीय भी हैं,क्योंकि स्वदेशी अपनाना किसान, कारीगर, सूक्ष्म उद्यमी और युवा नवोन्मेषक के श्रम का सम्मान है। जब त्यौहार से विवाह तक, ऑफिस से घर तक, हम अपने निर्णयों में स्वदेशी को अग्रता देते हैं, तब स्थानीय बाज़ार जीवंत होते हैं, और यही जीवंतता विकसित भारत की नींव बनती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अरुण कुमार मिश्रा ने एवं संचालन अभियान के जिला संयोजक सुदर्शन सिंह ने किया।इसके पूर्व जनहित महाविद्यालय के प्रबंधक ,पूर्व विधायक गुलाबचंद सरोज ने उपस्थित जनों का स्वागत किया।
इस अवसर पर डॉ नृपेन्द्र सिंह,डॉ आलोक सिंह,डॉ मुकेश कुमार मौर्य,डॉ उदय पटेल, एडवोकेट सुरेश गुप्ता, एडवोकेट अखंड प्रताप,पवन गुप्ता,डॉ अजय सिंह,अमित सेठ,अमित सिन्हा,अमित विश्वकर्मा,मेराज अहमद,अनिल कुमार, शिवप्रकाश सिंह,सुमित कुमार सिंह,कार्यक्रम संयोजक रणविजय सिंह,हरिराम पाल, मण्डल अध्यक्ष पंकज सिंह,नितेश जायसवाल,अखिल प्रताप सिंह, रणजीत सिंह,अशोक सिंह,अनिल सिंह,राजीव कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे

