
लगातार कार्यवाहियों के बाद भी बदायूं में कम नही हो रही रिश्वतखोरी की रफ्तार 20 हजार लेते चौकी इंचार्ज गिरफ्तार
पीड़ित से बोले अगर 20 हजार नही दिए तो मुकदमे में बड़ा देंगे गंभीर धाराएं और भेजेंगे जेल
बदायूं / रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार पर चाहे कितनी लगाम लगाई जाए लेकिन रिश्वतखोरों का कहना है की हम नही सुधरेंगे बिना रिश्वत के कोई काम नही करेंगे जिसकी एक मिसाल आज फिर जनपद बदायूं में उस समय देखने को मिली जब एक चौकी इंचार्ज मारपीट के मुकदमे में गंभीर धाराएं हटाने के नाम पर 20 हजार रिश्वत मांग रहा था जिस पर पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क साध कर रिश्वतखोर दरोगा जी को रंगे हाथ गिरफ्तार करवा दिया हालंकि यह कोई अनोखा मामला नहीं है पिछले माह भी इसी जनपद से दो रिश्वतखोरों को एंटी करप्शन टीम द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। अचंभे की बात यह है की इतना सब कुछ होने के बाद भी रिश्वत खोर नही सुधर रहे है।
आज एंटी करप्शन टीम ने थाना कादर चौक के भूड़ा भदरौल के चौकी इंचार्ज को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। ट्रैप टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कोतवाली उझानी में उपनिरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना कादर चौक क्षेत्र के गांव भुड़िया निवासी ओमकार सिंह पुत्र नेतराम सिंह की एक व्यक्ति से मारपीट हो गई थी। उस व्यक्ति के ज्यादा चोट आई थीं। उसने ओमकार सिंह के खिलाफ मारपीट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना कादर चौक की पुलिस चौकी भूड़ा भदरौल के इंचार्ज, जिला इटावा की कोतवाली जसवंत नगर क्षेत्र के मोहल्ला श्याम नगर निवासी हरगोविंद सिंह पुत्र मैकूलाल यादव जांच कर रहे थे। उपनिरीक्षक ने मारपीट की धाराओं को गंभीर धाराओं में तरमीम न करने और उनके बचाव के एवज में ओमकार सिंह से 50 हजार रुपये की मांग की थी। ओमकार सिंह ने इतने रुपये न होने की बात कही तो बताया जा रहा है कि उपनिरीक्षक ने गंभीर धाराएं बढ़ाने की धमकी दी। पहली किश्त के रूप में 20 हजार रुपये देना तय हुआ। उनिरीक्षक से परेशान होकर ओमकार सिंह ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन, बरेली के सीओ से शिकायत की और उपनिरीक्षक की करतूत के बारे में बताया। कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। सीओ ने ट्रैप टीम प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया। सीओ, एंटी करप्शन बरेली यशपाल सिंह ने बताया कि गांव भुड़िया निवासी ओमकार सिंह ने उपनिरीक्षक की शिकायत की थी। टीम को भेजा गया था। टीम ने उपनिरीक्षक को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। उझानी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
आज सुबह थाना कादर चौक में पहुंचकर ओमकार सिंह ने उपनिरीक्षक हरगोविंद सिंह को फोन किया। उपनिरीक्षक ने उन्हें कादरचौक के गांव ककोड़ा में उझानी मार्ग स्थित श्री रामचंद्र शास्त्री मैमोरियल इंटर कॉलेज के पास बुलाया। ओमकार सिंह वहां पहुंचे और उपनिरीक्षक को 20 हजार रुपये दिए। इसी दौरान जाल बिछाए बैठी एंटी करप्शन की टीम ने उपनिरीक्षक को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम उपनिरीक्षक को पकड़कर तुरंत कोतवाली उझानी ले गई। जहां उपनिरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की गई है। इससे पहले एंटी करप्शन टीम ने 10 सितंबर को जिला लेखा परीक्षा अधिकारी समितियां एवं पंचायत के ज्येष्ठ लेखा परीक्षक संदीप कुमार भारती को 10 हजार रुपये और 23 सितंबर को नगर पालिका के कनिष्ठ लिपिक मुशाहिद अली को 8 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था।

