श्री शिव पार्वती मंदिर में गोपाष्टमी पर गूंजे जय गौ माता के जयकारे
गोपाष्टमी पर्व पर गौ सेवा और भक्ति का अद्भुत संगम
आजमगढ़ ।शहर के भदुली घाट पर स्थित श्री शिवजी पार्वतीजी मंदिर के गौशाला बाबा नरसिंह दास कुटी परिसर में बुधवार को गोपाष्टमी के पावन पर्व पर श्रीमद् भागवत महापुराण का समापन और गो-महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। 22 अक्तूबर से चल रही भव्य कथा श्रृंखला का समापन समारोह गोपाष्टमी के अवसर पर विशेष आराधना, गोपूजन तथा प्रसाद-वितरण के साथ संपन्न हुआ।
कुटी के महंत व योग साधक श्री मौनी जी महाराज ने विधि-विधान के साथ गौपूजन करते हुए गौशाला में रखी लगभग 50 गायों का माला, फूल चादर और मीठा फल पूड़ी
खिलाकर सम्मानपूर्वक पूजन-अर्चन किया। महंत जी के नेतृत्व में गो-पाठ, गो-श्रृंगार, गो-आरती तथा हवन-पूजन किया गया, जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन कर भक्तों का प्रसाद वितरित किया गया।
समारोह में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने गौपूजन में भाग लेकर गायों को प्रसाद अर्पित किया। पूजा-अर्चना के बाद मौजूद भक्तों में धार्मिक उमंग और प्रसाद प्राप्त करने के लिए उत्साह साफ देखा गया। इस अवसर पर कथा वाचन के दौरान समाजिक सद्भाव, गायों के प्रति करुणा तथा पारंपरिक विधियों से धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने पर जोर दिया गया।
कुटी प्रांगण में 21वें वर्ष के अवसर पर आयोजित महोत्सव के आयोजन और व्यवस्थाओं के लिए महंत जी के छोटे पुत्र अम्बरीष मणि जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं, तथा आए हुए सभी भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह परंपरा हमारे कुटी की पहचान है — हर वर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धा व भाव के साथ आयोजन सम्पन्न हुआ। सभी भाइयों-बहनों का दिन-रात सहयोग रहा; हम उनका हृदय से धन्यवाद करते हैं।”
महोत्सव के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता व भोजन व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया। आयोजकों ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठान तथा भंडारे के माध्यम से स्थानीय सामाजिक-धार्मिक एकता और संस्कृति को मजबूती मिली है। हमारी सनातन धर्म की मूल आधार है गो माता जी इनकी कृपा सदा सभी भक्तों पे बनी रहे ।
