
जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण
शरद बिंद/ भदोही।
भदोही,सुरियावां।जनपद भदोही के सुरियावां विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत महजूदा ने एक और मिसाल कायम करते हुए डिजिटल साक्षरता की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को महजूदा गांव में नव निर्मित कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी के कर कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भदोही के पूर्व विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने की। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, ग्रामवासियों व स्कूली बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला।
महजूदा ग्राम पंचायत को हाल ही में मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार में जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था, जिसके तहत ग्राम पंचायत को 35 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि विकास कार्यों के लिए प्राप्त हुई थी। इस धनराशि से ग्राम पंचायत महजूदा में विविध विकास कार्य कराए गए हैं, जिनमें
कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र,स्मार्ट क्लास,ओपन जिम,पंचायत भवन का सुदृढ़ीकरण,पूर्व माध्यमिक विद्यालय की चारदीवारी निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र के शुभारंभ के साथ अब गांव के बच्चे और युवा डिजिटल तकनीक में निपुणता हासिल कर सकेंगे। प्रशिक्षण केंद्र में आधुनिक कम्प्यूटर, इन्टरनेट सुविधा और प्रशिक्षित प्रशिक्षकों की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि “ग्राम महजूदा ने जन सहभागिता और दूरदर्शी योजना के बल पर ग्रामीण विकास का एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत किया है।” उन्होंने कहा कि ग्रामीण युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
पूर्व विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि “यह उपलब्धि सिर्फ एक गांव की नहीं, बल्कि पूरे जनपद की प्रेरणा है। महजूदा गांव ने दिखा दिया कि यदि इच्छाशक्ति हो तो संसाधनों का सही उपयोग कर किसी भी गांव को स्मार्ट और आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।”
इस दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी संजय कुमार मिश्रा,स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक डॉ. सरोज पांडेय,बीडीओ सुरियावां सुधाकर दुबे, खण्ड शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह सहित स्थानीय गणमान्य नागरिक, एक दर्जन से अधिक की संख्या में ग्राम प्रधान ,शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय पांडेय ने किया।

