
रिश्वत लेते लेखपाल को पकड़ा एंटी करप्शन समर्थन में उतरे लेखपाल संघ और ग्राम प्रधान संग ग्रामीण
शरद बिंद
भदोही,औराई। आए दिन राजस्व विभाग में काम के बदले पैसा लेने का मामला उजागर होता रहता है जहां कई मामलों में एंटी करप्शन भी रंगे हाथ पकड़ कर कई लेखपालों को जेल भेज चुकी है। गुरुवार को सुरियावां में भी एंटी करप्शन ने एक लेखपाल को धारा 80 के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया। एंट्री करेप्शन टीम मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल के गिरफ्तार होते ही लेखपाल संघ और ग्रामीणों ने इसका विरोध जताया और एंटी करप्शन लेखपाल को सीधे औराई कोतवाली लेकर चली आई जहां लेखपाल के समर्थन में देर शाम तक हंगामा चलता रहा।
बताया जा रहा है कि 27 मई 2025 को शिकायतकर्ता राम आसरे पुत्र राम सिंह निवासी अमिलहरा सुरियावां भदोही ने एक भ्रष्टाचार निवारण संगठन मिर्जापुर को प्रार्थना पत्र दिया कि उसके पिता राम सिंह द्वारा दिनांक 27/5 /25 को ऑनलाइन आवेदन उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 की धारा 80 के अंतर्गत आवेदन किया गया था जिस पर हल्का लेखपाल राघवेंद्र कुमार पुत्र राममोहन निवासी सुभाष नगर सैनी सिराथू जिला कौशांबी ने रिपोर्ट लगाने के एवज में₹10000 रिश्वत मांगी थी । जिसकी शिकायत एंटीकरप्शन से की गई।29/5/ 2025 को राम आसरे ने हल्का लेखपाल राघवेंद्र कुमार को दुखरन के मकान के सामने 10000 रुपए रिश्वत दे रहे थे तभी एंटी करप्शन के लोग पहुंचकर लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया और सुरियावा क्षेत्र में हो हल्ला न मचे इसके लिए सुरियावा थाने ना ले जाकर एंट्री करेप्शन सीधे उसे औराई कोतवाली ले आई जहां सूचना पर लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष सहित पूरा संगठन तीनों तहसीलों के लेखपाल और सुरियावा क्षेत्र के कई गांवों के ग्राम प्रधान और ग्रामीण भी औराई कोतवाली पर जा पहुंचे और हंगामा मचाने लगे। एंटी करप्शन ने गलत तरीके से लेखपाल को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लेखपाल के समर्थन में आवाज बुलंद की। दशवतपुर के दुखरन ने बताया कि मेरे सामने ही राम आसरे लेखपाल को कुछ दुर ले गए अपने मकान के सामने जमीन पट्टा के लिए अपने जेब में से पैसा निकाल कर जबरदस्ती लेखपाल के जेब में डाल दिए तभी एंटी करप्शन की टीम पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। यही बात अमिलहरा के संजय बिंद ने भी बताया कि लेखपाल के ऊपर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं ।सारे आरोप निराधार है,चकगुमानी के ग्राम प्रधान ओमप्रकाश बिंद , दशवतपुर के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार ने भी लेखपाल को गलत ढंग से फसाने का एंटी करप्शन पर आरोप लगाया और कहा कि लेखपाल की छवि एक अच्छे लेखपालों में है पूरा क्षेत्र उनके कार्यों से खुश है। लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष कामेश्वर नाथ मिश्र ने कहा राजस्व से संबंधित मामले में एंटी करप्शन के द्वारा जितनी भी घटनाएं की जा रही हैं और वह औराई थाने में ही क्यों लाते हैं इसे एंटीकरप्शन को बताना चाहिए। इसी तरह एक जिले में सीमांकन कर रहे लेखपाल को भी एंटी करप्शन के लोगों ने उठा लिया जो राजस्व विभाग ऐसे एंटी करप्शन टीम का घोर निंदा करती है। यह जगन्हय अपराध है क्या राजस्व और पुलिस विभाग ही क्या करप्ट है बाकी सब दूध के धुले हैं। जमीनी कार्यों के लिए लेखपालों को फील्ड में जाना पड़ता है लेकिन वह कहीं सुरक्षित नहीं है और एंटी करप्शन के इस कार्यों से भयभीत हैं। पूरे प्रदेश में एंटी करप्शन जो काम कर रहा है इससे एक दिन राजस्व विभाग ही समाप्त हो जाएगा। लेखपाल संघ इसकी निंदा करता है यदि मुकदमा वापस नहीं लिया गया अध्यक्ष के निर्देश पर अगला कदम उठाया जाएगा । हम लोग अपने तरीके से भी उतर जाएंगे और इनका विरोध करेंगे। कहा जाता है कि लेखपाल राजस्व विभाग की रीड की हड्डी होता है किंतु इस तरह हमें थोप दिया जाता है ।एंटी करप्शन की टीम में ट्रैप टीम प्रभारी निरीक्षक पातीराम यादव इकाई मिर्जापुर, निरीक्षक विनय सिंह उप निरीक्षक अभिषेक कुमार मुख्य आरक्षी शैलेंद्र राया मुख्य आरक्षी मुकेश कुमार यादव मुख्य आरक्षी सुधीर कुमार कांस्टेबल सर्वेश तिवारी कॉन्स्टेबल राजकुमार यादव कांस्टेबल मुरारी यादव प्रशांत सिंह ने उक्त लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया और औराई कोतवाली में प्रार्थना पत्र भी दिया।

