
फरियाद सुनने की जगह पर धारा-151में चलान।
देवरिया । राजेश आज़ाद।
महुरांव गांव के एक युवक की हत्या करने का आरोप लगाते हुए आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में मृतक के परिजन पांच दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। प्रशासन ने कहा कि बिना पूर्व सूचना व अनुमति के अनशन किया जा रहा था, इसलिए उन्हें उठा दिया गया और धारा 151में चलान करके एसडीएम, सलेमपुर भेज दिया गया। लेकिन पीड़ित पक्ष का कहना है कि 20अप्रैल को धरना के संबंध में आनलाईन सूचित कर दिया गया था। पीड़ित पक्ष द्वारा ऐसा बताया गया है कि
धरना को हटाने के लिए 5 मई की रात में सीओ सदर, कोतवाली देवरिया,एस ओ भटनी, महिला थाना सहित पांच गाड़ियां आयी थी।उस रात 11बजे चार महिलाओं सहित पांच लोगों को पुलिस बलपूर्वक मारपीट कर,बाल पकड़कर खींच कर जबरन गाड़ी में बैठा और थाने में बंद कर दिया, दो नाबालिग बच्चे भी थे। प्रशासन द्वारा की गई इस कार्यवाही से पीड़ित पक्ष क्षुब्ध हैं।
ज्ञात हो कि 30 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठे पीड़ित परिवार का पीड़ा, फरियाद सुनने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा।
भटनी थाना क्षेत्र के महुराव गांव के रहने वाले सुमंत यादव का शव शिव बनकटा पुल के पास गंडक नदी में 18 अप्रैल 2025 कों सुबह 8 बजे मिला था।
ग्रामीणों के सूचना पर भटनी थाने की पुलिस पहुंची और सुमंत यादव का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
इसकी सूचना परिजनों को मिली परिजनों ने नामजद तहरीर दिया । पीड़ित परिवार का कहना है दिनांक 16-04-2025 को दोपहर 2 बजे हमारे गांव के ही कुछ लड़कों ने हमारे बेटे सुमंत यादव को बाइक पर बैठाकर ले जाकर पहले दावत कराए ,जिसका वीडियो सीसीटीवी में क़ैद हैं ।उसके बाद 18 अप्रैल 2025 को सुबह 8:00 बजे उसका शव शिव बनकटा पुल के पास मिला ।

