
गोमती नदी की नीलामी रोकने के लिए निषाद पार्टी ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, मछुआ समाज में रोष।
जौनपुर।गोमती नदी की प्रस्तावित नीलामी के खिलाफ आज निषाद पार्टी जौनपुर इकाई ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। यह नीलामी 2 मई 2025 को तहसील सदर, जौनपुर में प्रस्तावित है, जिसे लेकर निषाद पार्टी एवं मछुआ समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि माँ गोमती नदी न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि सदियों से मछुआ समाज के हजारों गरीब परिवारों की आजीविका का साधन भी रही है। नदी की नीलामी से इन परिवारों के जीवन पर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है। ज्ञापनदाताओं ने मांग की कि गोमती नदी की नीलामी को सरकार तत्काल प्रभाव से रोके।
निषाद पार्टी के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया, तो इसका प्रभाव आगामी 2027 के विधानसभा चुनावों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) से भी आग्रह किया कि वह निषाद समाज और उनके पारंपरिक अधिकारों के संरक्षण में हस्तक्षेप करें।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रेम नारायण निषाद, जिला अध्यक्ष निषाद पार्टी रंजीत कुमार निषाद (जिला मीडिया प्रभारी), रामजीत निषाद (जिला मीडिया प्रभारी), दिनकर निषाद (महासचिव), दीपक निषाद (नगर उपाध्यक्ष), जयप्रकाश निषाद (जिला उपाध्यक्ष), अरविंद सोनकर (ब्लॉक अध्यक्ष), राकेश कुमार बिंद (एडवोकेट) सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।

