Sunday, December 14

देहरादून।उत्तराखंड में अतिवृष्टि से भारी नुकसान,सड़क पर आया मलवा, वाहन दबे

उत्तराखंड में अतिवृष्टि से भारी नुकसान,सड़क पर आया मलवा, वाहन दबे

(आशुतोष शर्मा) देहरादून/पिथौरागढ़/ चमोली । उत्तराखंड में बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया रास्ते बंद हो गए सड़क पर मालवाने से कई वाहन दबे हुए हैं बारिश और ओलावृष्टि ने उत्तराखंड में जनजीवन पर प्रभाव डाला है । राजधानी देहरादून से उच्च अधिकारी सभी जनपदों में हुए नुकसान पर एवं बचाव कार्य पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। थराली में शाम से प्रारंभ हुई जहां मूसलधार बारिश के कारण नगर पंचायत थराली में कई स्थानों पर मलबा आ गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। विशेष रूप से सरस्वती शिशु मंदिर थराली के समीप बेरकांडे (सिपाही गधेरे) में मलबे की चपेट में आकर दो वाहन, एक स्कोर्पियो और एक अल्टो गाड़ी दब गए।इस आपदा के कारण देवराड़ा गधेरा, भेंटा छा भयो गधेरा, केदारबगड़ गधेरा और बुसेड़ी गधेरा भी उफान पर थे, जिनमें मलबा आने से स्थिति और भी गंभीर हो गई।

कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवराड़ा गधेरा में मलबा आने से नासिर बाजार के पास सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई। प्रशासन के निर्देश पर बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची और राजमार्ग को खोलने में जुटी है। थराली-देवाल मोटर मार्ग के जल्द खुलने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन स्थिति सामान्य होने में कुछ समय लग सकता है। अब तक किसी प्रकार के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का कार्य कर रही हैं और प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य जारी

उत्तराखंड में अप्रैल माह के बीच भीषण गर्मी के बाद मौसम ने अचानक करवट ली है। बुधवार को हुई बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन साथ ही भारी नुकसान भी किया।

 चमोली जिले में बरसाती पानी से कई घरों में जलभराव हो गया और दो वाहन मलबे में दब गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बुधवार शाम करीब चार बजे तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस घटना के कारण क्षेत्रभर में नालियां, गदेरे और नदियां उफान पर आ गईं। पिंडर नदी का जलस्तर बढ़ने से स्थानीय लोग सहम गए थे। भारी बारिश और ओलावृष्टि से अंधेरा छा गया, जिससे ग्रामीणों को आवाजाही के लिए टॉर्च और घरों में लाइट का सहारा लेना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे तक हुई इस बारिश के बाद नदियां और गदेरे उफान पर आ गए, जिससे कई घरों में पानी घुस गया।

जिला प्रशासन और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) के बचाव दल को पूरी तरह से सतर्क किया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। तहसीलदार थराली, अक्षय पंकज ने बताया कि फिलहाल किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि थराली बाजार में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और इसकी रिपोर्ट जल्द ही उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।

इसके साथ ही, मौसम विभाग ने 10 अप्रैल से उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में बारिश, ओलावृष्टि और आंधी -तूफान का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने सभी नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है।

जनपद पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि ने तबाही मचा रखी है फसल को नुकसान होने के साथ-साथ ही सड़के मालवाने से बंद हो गई है कई दर्जन गांव का संपर्क मोटर मार्ग से कट गया है जनपद में धारचूला डीडीहाट आदि क्षेत्रों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है शासन प्रशासन के अधिकारी एवं बचाव दल के अधिकारी मौके पर मौजूद है किसी जान के नुकसान होने कोई सूचना नहीं है।

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