
ककराला के हजरत शुजाहत मियां के उर्स की क़ुल की रस्म के साथ हुआ समापन
उदय यादव / मुजीब खान
बदायूं / उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं के छोटे से कस्बे को ककराला शरीफ के नाम से जाना जाता है इसके पीछे कारण है तो ककराला की सरजमीं पर आराम फरमा रहे वली ए कामिल हज़रत शुजाहत मियां रहमतुल्ला अलैह आपके चाहने वालो की में हिन्दुस्तान के अलावा बाहरी मुल्कों में भी लाखों लोग है विगत 7 अप्रैल को शुरू हुआ आपका 69 सालाना उर्स कल 8 अप्रैल को कुल की रस्म अदायगी के साथ संपन्न हो गया।
कुल की रस्म के मौके पर आपके पौत्र सज्जादा नशीन अलहाज हज़रत गाज़ी मिया हुजूर ने फातिहा ख्वानी की इस दौरान जायरीनों का एक बड़ा हुजूम देखने को मिला कुल की रस्म के दौरान की गई दुआ में मुल्क ए हिंद की सलामती और अमन ओ आमान की दुआ के हजारों हाथ उठे और अपने पीर ओ मुर्शीद की दुआ में आमीन कहा कुल की रस्म के बाद जायरीन अपने पीर ओ मुर्शीद के दीदार करके अपने घरों पर वापसी कर रहे है।

