
बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही से गई लाइनमैन की जान मरम्मत के दौरान चालू कर दी गई सप्लाई।
पोल से आधे घंटे लटका रहा मृतक लाइनमैन पप्पू का शव
कोई अधिकारी देखने तक नहीं आया लेवर ने उतारा शव
बदायूं / जनपद के थाना उसहैत क्षेत्र में आज उस समय विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली जब एक प्राइवेट लाइनमैन बिजली के खंबे पर चढ़कर तार बदलने का कार्य कर रहा था जिसके लिए उसने सुड डाउन ले रखा था तभी किसी ने अचानक लाइन खोल दी जिससे ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी की लाइन में करंट दौड़ने लगा जिसको चपेट में आकर उसकी जान चली गई बताया जाता है कि लाइन मैन काफी देर खंबे में लटका तड़पता रहा फिर लाइन नहीं बंद करी गई घटना की सूचना पर भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा आधे घंटे बाद प्राइवेट कर्मियों ने हो सीडी लगाकर जैसे तैसे शव को नीचे उतारा ।
मृतक की पहचान बछेली गांव निवासी 30 वर्षीय पप्पू यादव के रूप में हुई है। वह एक ठेकेदार के अधीन काम करता था। कस्बा उसहैत में एचटी लाइन की मरम्मत और नई लाइन बिछाने का काम चल रहा था। काम शुरू करने से पहले बिजलीघर से शटडाउन लिया गया था। दुर्घटना उस समय हुई जब किसी कर्मचारी ने अचानक बिजली सप्लाई चालू कर दी। पप्पू बुरी तरह झुलस गया और लाइन में उलझ गया। वह करीब आधे घंटे तक पोल पर लटका रहा। सहकर्मियों ने उसे नीचे उतारा और अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। एसएचओ उसहैत के अनुसार शव का पंचनामा भरवाया जा रहा है और पोस्टमार्टम कराया जाएगा। परिजनों की तरफ से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
बिना सुरक्षा उपकरणों के लोगो की जान जोखिम में डाल रहे है ठेकेदार
इस समय उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में बिजली के पुराने तार उतार कर इंसुलेटेड वायर डाले जा रहे है जिसका ठेका एक बड़ी कंपनी को दिया गया है लेकिन पैसे की बचत करते हुए ठेकेदार द्वारा मानकों का ध्यान न रखते हुए बिना सुरक्षा उपकरणों के प्राइवेट मजदूरों की जान जोखिम में डालकर कार्य करवाया जा रहा जिसे देख कर भी विभागीय अधिकारी अनदेखी कर रहे है जिसका परिणाम अपने परिवार का पेट पालने के लिए चंद पैसों की जुगाड में गरीब मजदूर भुगत रहे जिसका जीता जागता उदाहरण थाना उसहैत क्षेत्र में एक गरीब मजदूर की दर्दनाक मौत है । अब देखते है कि इस गरीब को मौत का जिम्मेदार किसे ठहराया जाएगा या फिर जांच के नाम महज खाना पूरी करके इस मजदूर की मौत को भी फाइलों के ढेर में दबा दिया जाएगा।

