
सीधा सुल्तान गांव में मनाई गई गुरु रविदास की छठ्ठी
आजमगढ़। सीधा सुल्तान गांव स्थित रविदास मंदिर पर संत शिरोमणि गुरु रविदास की छठी मनाईं गयी इस अवसर पर संतों ने संत शिरोमणि के चित्र पर माल्यार्पण कर भजन कीर्तन किया।
मिर्जापुर विकास खण्ड में पड़ने वाले सीधा सुल्तान गांव स्थित रविदास मंदिर पर शिवनारायन पंथ के अनुयायियों द्वारा संत शिरोमणि गुरु रविदास की छठवीं मनाई गई। संतों ने गुरु रविदास के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर भजन कीर्तन किया। भक्ति रस की अविरल धारा प्रवाहित हो चली। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महात्मा संतलाल त्यागी ने कहा कि ” जाति न पूछो साधु की,पूछ लिजिए ज्ञान,मोलकर तलवार की पड़न रहन दो म्यान। संतों की कोई जाति नहीं होती है। संत छोट बड से ऊपर उठकर अज्ञानता को दूर करता है।ज्ञान जहां से मिल जाए ले लेना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि संत शिरोमणि ढोंग पाखंड आडम्बर जात पात छुआ- छूत के विरोधी थे। समता मूलक समाज के पक्षधर थे। उन्होंने ने गृहस्थ जीवन में रहकर अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को जगाने का काम किया।छठवीं में आयें संतों ने भजन कीर्तन प्रस्तुत किया। इस दौरान भक्ति रस की अविरल धारा प्रवाहित हो चली।
गुरु रविदास के छठवीं के पर रविदास मंदिर दुर्वासा के महंथ राज कुमार गोपीनाथ , तिलकधारी द्वारिका प्रसाद, सुभाष , सोमनाथ , फूलचंद , पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजनेत यादव , राम पलटन आदि ने अपना विचार रखा ।कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास का विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज को जगाने की जरूरत है।इस अवसर पर रामाश्रय ,शंकर ,सत्यदेव , फिरतू राम, सुभाष मिश्रा , चंद्रशेखर , सुरेश सिंह बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
