
भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है- जयन्तुजय महराज
उपेन्द्र पांडे/शरद कुमार बिन्द। भदोही
जंगीगंज। क्षेत्र के इब्राहिमपुर में स्थित अजोरा धाम में आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ के प्रवचन में काशी से पधारे कथावाचक आचार्य जयन्तुजय महाराज ने सोमवार को प्रवचन में पहले दिन भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है, जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। आचार्य जयन्तुजय जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है, भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है। यह ग्रंथ वेद, उपनिषद का सार रूपी फल है। यह कथा रूपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है। महाराज ने धुंधकारी महा पापी का भी मोक्ष की बात बताते हुए कहा कि बड़े से बड़े पापी भी इस कथा को श्रवण कर ले तो मुक्त को प्राप्त हो जाता है। इस मौके पर भारी संख्या लोग मौजूद रहे।

