
आस्था के साथ हिंदू एकता की मिसाल बनता जा रहा है महाकुंभ 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान।
प्रयागराज । उपेन्द्र पांडे/ विजय कुमार मिश्रा।
इस समय चल रहे महाकुंभ प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है 144 वर्ष बाद पड़े संयोग के कारण अधिक से अधिक श्रद्धालु इस महाकुंभ में अमृत स्नान करने को लालायित है प्रथम अमृत स्नान में महज 12 घंटे में 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने से रिकॉर्ड कायम हुआ इस लिए माना जा रहा है कि कुंभ समाप्ति तक यहां करीब 40 करोड़ श्रद्धालु आ सकते है जो रिकॉर्ड बन कर गिनीज बुक में दर्ज हो सकता है ।
आपको बताते चले कि समाज में फैली छुआ छूत अगड़ा पिछड़ा यहां पर कोई मायने नहीं रखता यहां जो भी आ रहा महज एक सनातनी होने के नाते आकर स्नान कर रहा जिससे यहां सभी सामाजिक बंधन समाप्त होते दिख रहे सभी जातियों के लोग यहां आकर खुशी खुशी स्नान कर रहे है इस लिए माना जा रहा है कि यहां करीब 40 करोड़ लोग स्नान करने आ सकते है ।
भारत की सनातन संस्कृति, आध्यात्म और आस्था का प्रतीक, इस महाकुंभ में देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संतों समेत 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। पौष पूर्णिमा और दूसरे दिन अमृत स्नान हो चुका है। इस 45 दिवसीय महाकुंभ के तीसरे दिन भी त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं का आना जारी है। प्रयागराज में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते दिख रहे हैं ।

