Friday, December 19

आजमगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक कर मौजूद किसान आंदोलन व विपणन नीति पर की चर्चा ।

आजमगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक कर मौजूद किसान आंदोलन व विपणन नीति पर की चर्चा ।

आजमगढ़।संयुक्त किसान मोर्चा, आजमगढ़ के विभिन्न घटक किसान संगठन अखिल भारतीय किसान सभा, क्रांतिकारी किसान यूनियन,किसान संग्राम समिति, जनमुक्ति मोर्चा, संयुक्त किसान मजदूर संघ, जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा (खिरिया बाग),लोक जनवादी मंच ने अमर शहीद कुंवर सिंह उद्यान में *मौजूदा किसान आंदोलन व किसान विरोधी कृषि विपणन नीति* विषयक परिचर्चा बैठक की। बैठक में केंद्र सरकार की किसान विरोधी कृषि विपणन नीति व 48 दिन से एमएसपी की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्ललेवाल के प्रति सहानुभूति संवेदना और उनके भावनात्मक चिट्ठी पर चर्चा हुई। दूसरी तरफ खिरिया बाग में किसानों ने कृषि विपणन नीति की प्रतियों को जलाया।

      वक्ताओं ने कहा कि 25नवंबर2024को जारी कृषि विपणन नीति देश के अन्नदाता मेहनतकश किसानों के खिलाफ है और देश के चंद अडानी-अंबानी टाईप के कॉरपोरेट घरानों के पक्ष में लायी गई है। प्रस्तुत कृषि विपणन नीति में एमएसपी की गारंटी,कृषि सब्सिडी के सवाल को दरकिनार कर दिया गया है। इसमें सरकार द्वारा एपीएमसी मंडीयों को बर्बाद करने की करतूतों की जबादेही के बजाय उसे खत्म करने की वकालत हुई है। तीन काले कृषि कानूनों के समीक्षा के बारे में एक शब्द भी आत्मालोचना नहीं की गई है। ऐतिहासिक किसान आंदोलन में 730 से ज्यादा किसानों की शहादत के बाद सरकार को कानून वापस लेने और किसानों से वादा करने के लिए मजबूर किया था। लेकिन बहुत दुखद है कि वादाखिलाफ़ी करते हुए सरकार अपने कॉरपोरेट आकाओं के पक्ष में चोर दरवाजे से, अप्रत्यक्ष तरीके से किसान विरोधी नीतियों को ला रही है।कार्यक्रम में सुशीला, फूलमती,रामनयन यादव, दुखहरन राम, डॉ रवीन्द्र नाथ राय,राजेश आज़ाद,वेद प्रकाश उपाध्याय, रामकुमार यादव, दानबहादुर मौर्य, हरिहर , निर्मल , बैरागी, श्री राम, प्रेमनारायण आदि उपस्थित रहे।

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