
चकबंदी विभाग में 36 वर्षों सरकारी सेवा देने के बाद समाज सेवा करने का लिया संकल्प ।
आजमगढ़। चकबंदी विभाग में 36 वर्षों तक अपनी सेवा देने के बाद मंगलवार को डीएवी से छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके प्रदीप सिंह मुख्य लिपिक पद से रिटायर हो चुके है। हालांकि राष्ट्रीय शोक के चलते विभाग द्वारा किसी भी तरह का समारोह आयोजित नहीं किया गया। बल्कि प्रदीप सिंह के इकलौते पुत्र अमन सिंह, मित्रगण व समर्थकों के द्वारा उनके कार्यालय से बाहर निकलते ही माल्यार्पण कर रिटायरमेंट जुलूस निकालकर एक अलग ही संदेश दिया है कि सेवानिवृत्ति जीवन की सड़क का अंत नहीं बल्कि यह खुले राजमार्ग की शुरुआत है। अमन सिंह के द्वारा पिता की सेवानिवृत्ति पर देर शाम नगर के जयरामपुर में भव्य निजी समारोह का आयोजन भी किया गया। सन 1989 में गोरखपुर में लिपिक पद से प्रदीप सिंह ने अपने इस सफर की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि अपनी इस नौकरी को मैने पूजा की तरह किया है और कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों ने भी उन्हें ऑक्सीजन की तरह सहयोग दिया है। विभाग के कर्मचारियों को संदेश दिया कि शासन की मंशा अनुरूप कार्य करते हुए गरीबों, पीड़ितो की मदद करे ताकि किसी के साथ अन्याय न हो सके। प्रदीप सिंह ने सेवानिवृति के बाद अब समाजसेवा के जरिए कुछ अलग कर गुजरने का बीड़ा उठा लिया।इस दौरान पी.सी श्रीवास्तव पूर्व आईएस, योगेंद्र कुमार पाठक पूर्व पीसीएस, वाई. के पाठक, कमल सिंह तरकश, भीम सिंह, अमृत विश्वकर्मा, सुभाष मौर्या सहित बड़ी संख्या में मित्रगण, समर्थक व परिवारजन मौजूद रहे।

