
बदायूं की जामा मस्जिद या नीलकंठ महादेव मंदिर पर आज नहीं हुई सुनवाई, अगली तारीख 17 दिसंबर को
बदायूं / नगर की जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले में सुनवाई 17 दिसंबर तक टल गई। एक अधिवक्ता के निधन के कारण न्यायिक कार्य स्थगित रहा। यह मामला सुनवाई योग्य है या नहीं, इस पर बहस होनी है। हिंदू पक्ष का दावा है कि मस्जिद, मंदिर की जगह पर बनी है, जबकि मुस्लिम पक्ष इससे इनकार करता है।
बदायूं शहर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर बनाम जामा मस्जिद मामले की सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में आज सुनवाई होनी थी। हिंदू पक्ष की तरफ से दावा किया गया है कि जामा मस्जिद नीलकंठ महादेव मंदिर है। आज मंगलवार को मुस्लिम पक्ष की तरफ से बहस होनी थी चूंकि अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से दूर रहने के चलते आगली तारीख 17 दिसंबर दी गई है। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की तरफ से 30 नंबर को बहस शुरू की गई लेकिन उस दिन बहस पूरी नहीं हो सकी। इसके बाद 3 दिसंबर को भी बहस की गई। सिविल जज सीनियर डिवीजन अमित कुमार की कोर्ट में इस बात पर बहस होनी है कि यह प्रकरण सुनने योग्य है या नहीं। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल हिंदू पक्ष से मुकदमे के वादी हैंं। कोर्ट में सरकारी अधिवकता की ओर से बहस पूरी हो चुकी है साथ ही पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट भी आ चुकी है। यह मामला बदायूं के सिविल कोर्ट में नीलकंठ महादेव मंदिर बनाम जामा मस्जिद एक याचिका दाखिल की गई।

