
संभल मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 3 की मौत छावनी में तब्दील हुआ शहर ,डीआईजी मुनिराज ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
संभल / रविवार को मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत के बाद माहौल बेहद गर्म हो गया है जिसको देखते संभल को छावनी में तब्दील कर दिया गया क्षेत्र में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल बना हुआ है डीआईजी मुनिराज ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है इस दौरान सम्भल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
रविवार को भड़की हिंसा को देखते हुए आज सुबह पूरे शहर में फोर्स तैनात है। डीआईजी मुनिराज जी ने सुबह-सुबह हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। डीआईजी ने मुस्लिम महिलाओं से बात की। महिलाओं ने कहा- हम अपने भाई को छुड़वाने के लिए आए हैं। डीआईजी ने सभी से शांति बनाए रखने में मदद की अपील की। संभल हिंसा के बाद सुबह-सुबह पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया गया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है। शहर में एंट्री के रास्तों पर भी पुलिस तैनात है। मार्केट और दुकानें पूरी तरह बंद है।
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा में 3 युवकों की मौत हो गई। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
हिंसा के बाद 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।
पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाया जाएगा’
सर्वे के दौरान भड़की हिंसा
रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम को देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा।

