
उसावा नगर पंचायत में कान्हा गौशाला को करोड 1.66 करोड़ जारी
चुनाव में जनता से किया था गौशालाका वादा
बदायूं।जिले की तहसील दातागंज की नगर पंचायत उसावां क्षेत्र में छुट्टा घूम रहे गोवंश से निजात मिलेगी। सड़कों पर घूम रहे गोवंश को गोशाला में रखवाया जाएगा। जिसके लिए उसावां क्षेत्र के गांव वीरमपुर में कान्हा गोशाला का निर्माण होगा। जिसमें 500 गोवंश तक रखे जाएंगे। नगर पंचायत चेयरमैन प्रियंका अनिल सिंह चौहान ने चुनाव में किए गए वादे के अनुसार शासन में कान्हा गोशाला की मांग उठाई थी। शासन से प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। शासन से 1.66 करोड़ रुपये अवमुक्त किए गए हैं। जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
सड़कों पर घूम रहे और खेत में फसलों को नष्ट करने वाले गोवंश से आमजन से लेकर किसान परेशान हैं। जिसके चलते नगर पंचायत चुनाव से पहले वर्तमान चेयरमैन और उनके पति अनिल सिंह चौहान ने लोगों को आश्वासन दिया था कि क्षेत्र में वृहद गोशाला बनवाई जाएगी। जो पूरा हो गया है। चेयरमैन ने शासन को गोशाला का प्रस्ताव भेजा था। जिसके बाद कान्हा गोशाला एवं बेसहारा पशु आश्रय योजना के अंतर्गत उसावां में वृहद गोशाला की स्वीकृति मिल गई है। जिसके लिए एक करोड़ 65 लाख 89 हजार रुपये भी जारी किए गए हैं। गोशाला में चारा गोदाम, 500 गोवंश के लिए शेड, वेटनरी क्लीनिक विद कैटल क्रश, भूसा शेड, सर्वेंट क्वार्टर, छोटे साइज का गेट, मेन गेट, नाली, समरसेबिल, बायो गैस प्लांट और चाहरदीवारी का निर्माण कार्य होगा।
मानक व गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार होगी नगर पंचायत
प्रस्ताव पास करने के साथ शासन से नियम व शर्त भी जारी की गई है। जिसके अंतर्गत निर्माण कार्य के मानक व गुणवत्ता की जिम्मेदारी नगर पंचायत की होगी। कार्यदायी संस्था निर्धारित अवधि में काम पूरा करके गोशाला हैंडओवर करेगी। जिस मद के लिए धनराशि स्वीकृत हुई है वहीं खर्च होगी। अन्य में उपयोग नहीं किया जाएगा। कार्य स्थल के डिस्प्ले बोर्ड पर योजना का पूरा विवरण लिखना होगा। कार्य शुरू और समाप्त होने की तिथि भी लिखनी होगी। कार्य पूरा होने के बाद डीएम से गुणवत्ता की जांच कराकर उपभोग प्रमाण पत्र शासन को भेजा जाएगा। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी डीएम के माध्यम से गुणवत्ता का निरीक्षण करेंगे। 
शेल्टर होम बनाने का किया जाएगा प्रयास -प्रियंका अनिल सिंह चौहान, चेयरमैन, नगर पंचायत उसावां
उसावां क्षेत्र में कान्हा गोशाला बनवाई जाएगी। जिसमें लगभग 500 छुट्टा गोवंश को रखने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा कुत्ते, बिल्ली आदि अन्य जानवर घायल सड़कों पर या हमले में हो जाते हैं। उनका कोई सहारा नहीं होता। इलाज के बिना वह दम तोड़ देते हैं। उनके लिए भी शेल्टर होम बनवाने का प्रयास किया जाएगा। जिससे उनका इलाज कराया जा सके।

