महिला हिंसा दिवस पर रेडक्रॉस की गोष्ठी
शाहजहांपुर। योगेंद्र यादव
कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रांगण में स्थित इंडिया रेडक्रॉस सोसाइटी के कार्यालय में महिला सशक्तिकरण मिशन के क्रम में विश्व महिला हिंसा दिवस की संध्या पर सेंट्रल बार ऐसोसिएशन शाहजहांपुर के अध्यक्ष अजय वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई. अजय वर्मा का स्वागत करने के उपरांत रेडक्रॉस के सचिव डॉ विजय जोहरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जन जागरूकता बढ़ाने के लिए 25 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस के रूप में घोषित किया गया है। यह दिन महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ हिंसा के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए है। रेड क्रॉस का मानना है कि महिला हिंसा एक गंभीर मानवीय समस्या है जिसका समाधान करने के लिए यौन और लिंग-आधारित हिंसा को रोकने और उसका जवाब देने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। इसके लिए सहायता कार्यक्रम, मानवीय कूटनीति, और गरिमा, पहुंच, भागीदारी और सुरक्षा का समर्थन करना आवश्यक है। यह संगठनों को कानूनी और सामाजिक दोनों स्तरों पर काम करने की आवश्यकता पर बल देता है।सेंट्रल बार ऐसोसिएशन शाहजहांपुर के अध्यक्ष अजय वर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया महिला हिंसा कई प्रकार की होती है, जिनमें शारीरिक, यौन, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक और सामाजिक हिंसा शामिल है। घरेलू हिंसा को इसी श्रेणी में रखा जाता है, जिसमें शारीरिक हमला, भावनात्मक शोषण, यौन शोषण और वित्तीय शोषण जैसे कृत्यों को शामिल किया जाता है। इसके अलावा, जबरन विवाह, पीछा करना, और कार्यस्थल व सार्वजनिक जीवन में यौन उत्पीड़न भी इसके उदाहरण हैं। बैठक में शीशराम यादव , पवन सक्सेना , अम्ब्रीश सक्सेना, विपिन सक्सेना, एडवोकेट सूरज तिवारी, शोएब अंसारी इत्यादि रेडक्रॉस के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

