डीएम ने किया निर्माणाधीन कोलाघाट पुल का किया निरीक्षण दिए आवश्यक दिशा निर्देश
शाहजहांपुर । जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को रामगंगा नदी के कोलाघाट पर निर्माणाधीन सेतु का निरीक्षण किया। पुल निर्माण में कुल 44 पिलर बनने हैं जिसमें दो पिलर निर्माण कार्य अपूर्ण होने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि दिसंबर 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि पुल के निर्माण कार्य का थर्ड पार्टी सत्यापन समय से होता रहे। निर्माण कार्यों में सेफ्टी का विशेष ध्यान रखा जाए इससे दुर्घटनाएं ना होने पाएं।
जिलाधिकारी ने लक्ष्य के सापेक्ष परियोजना की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित कार्यदाई संस्था को दिए।
परियोजना प्रबंधक उ० प्र० सेतु निगम देशी बताइए कि सेतु 47%, पहुँचमार्ग 10%, कुल 57% प्रतिशत पूर्ण हो गया है। उक्त सेतु के निर्माण से तहसील जलालाबाद में जलालाबाद-शमसाबाद-मोहम्मदाबाद-सौरिख-विधुना (राज्य मार्ग संख्या-163) पर रामगंगा नदी एवं बैगुल नदी पर निर्मित कोलाघाट सेतु क्षतिग्रस्त हो गया था जिस पर हल्के एवं भारी वाहनों का आवागमन बन्द है। हल्के एवं भारी वाहनों का आवागमन बन्द होने के कारण हल्के एवं भारी वाहनों को 50-60 कि0मी0 की अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है। उक्त मार्ग राज्य मार्ग संख्या 163 है जो व्यस्तत्म मार्गों में से एक है इसलिये कोलाघाट के निकट रामगंगा नदी एवं बैगुल नदी पर निर्मित सेतु के सामनान्तर एक अतिरिक्त 02-लेन सेतु का निर्माण किया जा रहा है।
परियोजना प्रबंधक ने बताया कि परियोजना की स्वीकृत कुल लागत ₹16683.22 लाख है, जिसमें मुख्य सेतु की लंबाई 1802.14 मीटर तथा पहुँच मार्ग की लंबाई 200–200 मीटर निर्धारित है। कार्य प्रारम्भ की तिथि फरवरी 2025 और कार्य पूर्ण करने की निर्धारित तिथि जून 2027 है। अब तक ₹15841.59 लाख की धनराशि आवंटित की जा चुकी है तथा वर्तमान में कुल भौतिक प्रगति 57% और वित्तीय प्रगति 51% है। भूमि अधिग्रहण एवं रजिस्ट्री की कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है तथा सेतु पर पिलर, बीम आदि का कार्य तेजी से प्रगति पर है, जिसे निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण एवं निर्धारित समय में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री में किसी भी तरह से गुणवत्ता में समझौता न किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करते हुए पुल जनता को समर्पित किया जाए जिससे आवागमन में आवश्यक दूरी न तय करना पड़े।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी जलालाबाद प्रभात कुमार राय सहित अन्य संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

