वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर रघुनाथपुर प्राथमिक विद्यालय में देशभक्ति से ओतप्रोत समारोह।
बलिया।‘वंदे मातरम्’ ऐसा मंत्र है जो हर भारतीय के हृदय में राष्ट्रभक्ति की ज्वाला प्रज्वलित करता है। वर्ष 2025 में जब राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, पूरे देश में यह अवसर राष्ट्रभावना के उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।इसी क्रम में शुक्रवार, 7 नवम्बर 2025 को प्राथमिक विद्यालय रघुनाथपुर में राष्ट्रगीत की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम्’ का गायन कर भारत माता के प्रति निष्ठा और एकता का संदेश दिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार सिंह ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है जिसने स्वतंत्रता संग्राम के हर चरण में देशवासियों को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और समाजसेवा की भावना को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।शिक्षक संजीव कुमार सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् हमें यह सिखाता है कि जब हम अपनी मातृभूमि के प्रति समर्पित होते हैं, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं रहती। उन्होंने बच्चों को इतिहास में इस गीत की भूमिका के बारे में प्रेरणादायी जानकारी दी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षिका सुनीता सिंह ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि आज हमारे विद्यालय परिसर में बच्चे इस राष्ट्रीय गीत के साथ अपनी भावनाओं को प्रकट कर रहे हैं। यही हमारे संस्कारों और राष्ट्रीय एकता की सच्ची पहचान है।

