राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर भव्य पथ संचलन
राम ईश्वर प्रजापति रसड़ा नगरा बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला का प्रथम चरण बुधवार को भव्य पथ संचलन के आयोजन के साथ संपन्न हुआ। जनता इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में प्रांत सह कार्यवाह रामबिलास जी ने भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उन्होंने बौद्धिक सम्बोधन में कहा कि आरएसएस सनातन संस्कृति को लेकर 27 सितंबर 1925 को स्थापित हुआ और आज यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन चुका है। राम, कृष्ण, शंकर की तरह संघ का लक्ष्य भी स्पष्ट और समर्पित है, जो भारत को उसकी परम वैभव प्राप्ति की ओर ले जाएगा।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पथ संचलन था, जो जनता इंटर कालेज से प्रारंभ होकर भगवान ध्वज के साथ स्वयंसेवकों की कतारबद्ध रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए फिर इंटर कालेज में समाप्त हुआ। रैली ने रसड़ा रोड हनुमान मंदिर, घोसी रोड के सरस्वती शिशु मंदिर मोड़, बेल्थरा रोड मार्ग के स्टैण्ड और सिकंदरपुर मार्ग के काली मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से होकर गुजरते हुए नगरवासियों का उत्साह बढ़ाया।इस आयोजन में बजरंगी सिंह, ब्रिजेश पाल, छट्ठू राम, राधेश्याम सिंह, सौरभ किशोर, राजीव सिंह चन्देल, डीएन प्रजापति, देवा भाई, सूर्य प्रकाश सिंह पप्पू, अजय सैनी, दिनेश राजभर, उमा सैनी, अमरेन्द्र सोनी, संतोष पाण्डेय, धर्मराज सिंह विक्की, चन्द्र भूषण टिन्कू सिंह सहित अनेक वरिष्ठ स्वयंसेवक और कार्यकर्ता उपस्थित थे।यह भव्य पथ संचलन शताब्दी वर्ष के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता और स्थानीय एकता का प्रतीक बना। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम ने नगर में राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को और मजबूत किया।शताब्दी वर्ष की इस शुरुआत के साथ ही संगठन के अगले चरण के कार्यक्रमों की उम्मीद बनी हुई है, जिनमें सामाजिक सेवा, सांस्कृतिक एवं सामूहिक कार्यक्रम शामिल होंगे।

