
बड़ी मस्जिद में हुआ जश्न ए ईद मिलादुन्नबी विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट जनों को किया गया सम्मानित
शाहजहांपुर / ईद मिलादुन्नबी के उपलक्ष्य में मोहल्ला खलील गर्बी स्थित बड़ी मस्जिद में महफिल ए जश्न ए ईद मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों से नमाज़ की पाबंदी करने और माता पिता का आदर सम्मान करने की ताकीद की गई। इस दौरान शिक्षा, समाजसेवा, पत्रकारिता में योगदान के लिए 12 विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया।
बुधवार की देर शाम महफिल का आगाज मस्जिद के इमाम हाफिज मोहम्मद जाहिद ने तिलावते कुरआन ए पाक से किया। हाज़रीन से खिताब करते हुए मुख्य अतिथि शहर पेश इमाम मौलाना हुज़ूर अहमद मंज़री ने कहा कि नमाज़ दीन का सुतून है। नमाज़ मोमिन की मेराज है। नमाज़ प्यारे आका की आंखों की ठंडक है। इस लिए नमाज़ की पाबंदी करें। नमाज़ पढ़ने से ईमान में ताज़गी पैदा होती है। मुफ्ती राहिल रज़ा मरकजी ने कहा कि अल्लाह के नबी ने हर जगह अपनी उम्मत की बख्शीश की दुआ मांगी है। रसूल अल्लाह अपनी उम्मत से बहुत मोहब्बत किया करते थे। हम सभी को अपने रसूल अकरम से खुब इश्क ओ मोहब्बत रखना चाहिए। उन्होंने मसलके आला हजरत पर भी रोशनी डाली। हाफिज मोहम्मद मोहम्मद अनीस अहमद ने कहा कि हम सब को अपने माता पिता का आदर व सम्मान करना चाहिए। माता पिता की सेवा से अल्लाह हमसे राज़ी होता है और अपना फजल फरमाता है। इस दौरान मौलवी सुहैल बरकाती, हाफिज कासिम अख़्तर वारसी, हाजी मुजीब खां, शहनवाज कादरी, गुलजार अहमद, रमीज रज़ा ने नात व मनकबत पेश की।
इस दौरान शिक्षा, समाजसेवा, पत्रकारिता में योगदान के लिए मौलाना हुज़ूर अहमद मंज़री, मुफ्ती राहिल रज़ा, हाफिज अनीस अहमद, सुहैल बरकाती, शाहनवाज कादरी, कासिम अख़्तर वारसी, गुलजार अहमद, हाजी मुजीब खां, राशिद हुसैन राही, अज़हर अली, सैय्यद कासिम रजा, रमीज रज़ा आदि विशिष्ट जनों को शाल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। आखिर में सलात ओ सलाम के बाद मुफ्ती राहिल रज़ा ने मुल्क की तरक्की के लिए दुआ की। हाज़रीन में शीरीनी बांटी गई। इस मौके पर अनीस खां, फतेह यार खां हनीफ, डा. इरशाद हुसैन, अफवान यार खां, दिलशाद हुसैन, अनस हुसैन, हसनैन नवाब, मुबारक, मोहम्मद फरमान, आजाद मास्टर, अकील, नईम, जाहिद हुसैन, यशब हुसैन, अनफास समेत तमाम लोग मौजूद रहे। संयोजक इरशाद हुसैन व अफवान यार खां ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।

