
नगरा में सार्वजनिक रामलीला समिति का भव्य भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह, रामलीला महोत्सव की तैयारियों का हुआ शुभारंभ।
रामेश्वर प्रजापति नगरा!
नगरा में मंगलवार को सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा एक भव्य और प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जनता इंटर कॉलेज परिसर में भूमि पूजन तथा ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ। यह आयोजन रामलीला महोत्सव की तैयारियों का औपचारिक शुभारंभ था, जिसके लिए नगरवासी एवं आयोजन समिति दोनों ने विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ सहभागिता की।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडित संतोष कुमार द्विवेदी द्वारा विधिपूर्वक भूमि पूजन एवं पूजन-अर्चन से हुई, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक उर्जा का संचार हो गया। इस अवसर पर प्रभु श्रीरामचंद्र और हनुमानजी की भक्तिपूर्ण स्तुति गूंज उठी, जिन्होंने समस्त उपस्थित जनों के हृदयों को भक्तिमय कर दिया।
रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश गुप्ता दीपू ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक विश्वास को मजबूत करेगा, बल्कि हमारे सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में भी सहायक होगा। चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश, महामंत्री आलोक शुक्ला, डॉ. समरजीत सिंह, राम दर्शन यादव, डॉ. शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, शशि गुप्ता, उदय नारायण वर्मा, के.पी. यादव, प्रियांशु जायसवाल, जयप्रकाश जयसवाल, गणपति मुन्ना, रिंकू गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता, राजू चौहान, अमरेंद्र सोनी और डॉ. डीएन प्रसाद सहित समिति के समस्त सदस्य इस भव्य आयोजन में मौजूद रहे।
पूरे परिसर में “जय श्रीराम” और “जय हनुमान” के उद्घोषों से गूंज मची और माहौल भक्तिभाव से सराबोर हो गया। इस आयोजन ने न केवल नगरवासियों को आपस में जोड़ने का काम किया, बल्कि रामलीला के माध्यम से सामाजिक एकता और परंपराओं को सहेजने का संदेश भी दिया।
रामलीला समिति का यह प्रयास नगरा के सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध बनाने के साथ-साथ आगामी रामलीला महोत्सव के लिए मजबूत तैयारियों का संकेत है। समिति ने आशा व्यक्त की कि यह आयोजन नगरवासियों में धार्मिक एवं सामाजिक समरसता को और प्रगाढ़ करेगा तथा आने वाले समय में रामलीला महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा, जो सैकड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।
यह भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह नगरा में आदर्श सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा, जिससे रामलीला समिति की सक्रियता और नगर की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को एक नई गति मिलेगी

