
उत्तराखंड में फिर तबाही, खीरगंगा नदी में बाढ़ से धराली में मचा हाहाकार, कई लोगों के दबे होने की आशंका
पहाड़ियों से आया मलबा नदी के साथ गांव को बहा ले गया ,क्षेत्र में दहशत
बाजार, होटल और कई मकान मलबे में चपेट में
प्रशासन के अधिकारी व बचाव दल मौकै पर
(आशुतोष शर्मा)उत्तराकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचा दी है। बड़कोट तहसील क्षेत्र के धराली गांव में खीरगंगा नदी अचानक उफान पर आ गई। पहाड़ियों से आया मलबा नदी के साथ गांव की ओर बहने लगा, जिससे पूरा क्षेत्र दहशत में आ गया। स्थानीय बाजार, होटल और कई मकान मलबे की चपेट में आ गए हैं। हादसे में कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है।बताया जा रहा है कि खीरगाढ़ में बादल फटने की घटना के बाद धराली और मुखवा क्षेत्र में जलस्तर तेजी से बढ़ा। नदी के साथ आया सैलाब जब धराली बाजार की ओर पहुंचा, तो वहां खड़े कई होटल, दुकानें और रिहायशी ढांचे बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है, जिससे वहां मौजूद लोगों को भागकर जान बचानी पड़ी।
घटना की जानकारी मिलते ही उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य मौके के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, हर्षिल से आर्मी, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तुरंत भटवाड़ी भेजा गया है। राहत कार्य तेजी से चल रहा है और मलबे में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है।
उत्तरकाशी जिले के बड़कोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भी सुबह भारी बारिश ने तबाही मचाई। यहां कुड गदेरे में अचानक आई बाढ़ में करीब डेढ़ दर्जन बकरियां बह गईं। गदेरा उफान पर आने से स्थानीय लोग दहशत में हैं और कई क्षेत्रों में अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों तक और अधिक बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों और नदियों के किनारे से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।

