
पी एम श्री विद्यालय अमृतपाली में पुष्प,तिलक, और खीर के साथ बच्चों का स्वागत,छात्र-छात्राओं में दिखा उत्साह
संजीव सिंह बलिया । गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार की सुबह जैसे ही नन्हे-मुन्ने बच्चे विद्यालय आए तो विद्यालय परिवार ने खुले दिल से बाहें पसारे हुए उन सभी का स्वागत किया।
स्कूल के गेट पर पहुंचते ही वहां पहले से खड़े शिक्षकों ने उन पर फूलों की वर्षा शुरू कर दी।तिलक से माथा सजाया गया और हाथ जोड़कर “स्वागत है सौ बार तुम्हारा स्वागत है” की गूंज से पूरा स्कूल परिसर गूंज उठा । यह*पी एम श्री विद्यालय अमृतपाली में पुष्प,तिलक, और खीर के साथ बच्चों का स्वागत,छात्र-छात्राओं में दिखा उत्साह*
संजीव सिंह बलिया । गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार की सुबह जैसे ही नन्हे-मुन्ने बच्चे विद्यालय आए तो विद्यालय परिवार ने खुले दिल से बाहें पसारे हुए उन सभी का स्वागत किया।
स्कूल के गेट पर पहुंचते ही वहां पहले से खड़े शिक्षकों ने उन पर फूलों की वर्षा शुरू कर दी।तिलक से माथा सजाया गया और हाथ जोड़कर “स्वागत है सौ बार तुम्हारा स्वागत है” की गूंज से पूरा स्कूल परिसर गूंज उठा । यह दृश्य सिर्फ एक स्वागत नहीं, बल्कि एक भावनात्मक पुनर्मिलन था शिक्षकों और छात्रों के बीच। विभिन्न शैक्षिक नवाचारों,सामुदायिक सहभागिता एवं साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पचासों पुरस्कार प्राप्त स्कूल की प्रधानाध्यापिका प्रतिमा उपाध्याय ने जैसे ही स्वागत की अगुवाई की, बच्चों के चेहरों पर मुस्कान व चमक एक साथ उभर आई। प्रतिमा ने कहा कि स्कूल में बच्चों का स्वागत करते हुए उनके मन में नई ऊर्जा का संचार करने की कोशिश की गई। इससे बच्चों में विद्यालय एवं शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और उनका आत्मविश्वास भी जागृत होगा।
इस अवसर पर प्रतिमा उपाध्याय (प्रधानाध्यापिका) के साथ
प्रसुन पाठक ( सहायक अध्यापिका)पल्लवी सिंह (सहायक अध्यापिका)निरुपमा सिंह (शिक्षामित्र)
कविता यादव (शिक्षा मित्र)की उपस्थिति रही। दृश्य सिर्फ एक स्वागत नहीं, बल्कि एक भावनात्मक पुनर्मिलन था शिक्षकों और छात्रों के बीच। विभिन्न शैक्षिक नवाचारों,सामुदायिक सहभागिता एवं साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पचासों पुरस्कार प्राप्त स्कूल की प्रधानाध्यापिका प्रतिमा उपाध्याय ने जैसे ही स्वागत की अगुवाई की, बच्चों के चेहरों पर मुस्कान व चमक एक साथ उभर आई। प्रतिमा ने कहा कि स्कूल में बच्चों का स्वागत करते हुए उनके मन में नई ऊर्जा का संचार करने की कोशिश की गई। इससे बच्चों में विद्यालय एवं शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और उनका आत्मविश्वास भी जागृत होगा।
इस अवसर पर प्रतिमा उपाध्याय (प्रधानाध्यापिका) के साथ
प्रसुन पाठक ( सहायक अध्यापिका)पल्लवी सिंह (सहायक अध्यापिका)निरुपमा सिंह (शिक्षामित्र)
कविता यादव (शिक्षा मित्र)की उपस्थिति रही।

