
कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया तथा जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा ।
आजमगढ़। कृष्ण मोहन उपाध्याय
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आजमगढ़ ने मांग दिवस के रूप में मनाते हुये जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।इसके बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम संबोधित 11 सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया।
मंगलवार को मानवाधिकार दिवस को भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मां दिवस के रूप में मनाया।भाकपा कार्यकर्ता कुंवर सिंह उद्यान में एकजुट होकर सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाते हुये जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचे।मांगपत्र में महंगाई, बेरोजगारी,खाद बीज,खेती-किसानी,बिजली का निजीकरण,अडानी प्रकरण,मणिपुर,सम्भल में हुए दंगे की न्यायिक जांच से संबंधित प्रमुख मांगे थी।
भाकपा जिला सचिव कॉमरेड जितेंद्र हरि पांडेय एडवोकेट ने कहा कि आज के मांग दिवस का मुख्य मुद्दा अडानी ग्रुप ऑफ कम्पनीज के घोटाले की जांच संसदीय समिति से कराई जाय।मणिपुर की बदहाल स्थिति की चर्चा संसद में हो और वहां से आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल एक्ट को हटाया जाय।सम्भल में हुए दंगे की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाय।लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है तो दूसरी ओर लगातार देश की जीडीपी गिरती जा रही है। भाकपा आज पूरे देश मे इन्ही सवालों को लेकर सड़कों पर उतरी है। पार्टी राज्य कमेटी सदस्य हामिद अली ने कहा कि उप्र की सरकार लोगों का ध्यान समस्याओं से हटाने के लिये सरकार और प्रशासन ,प्रायोजित साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करते कराते हुए आपस मे लोगों को लड़वा रही है।भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी संगठनों के द्वारा आये दिन विभाजनकारी नारे दिए जाते हैं।मानवाधिकार और संवैधानिक मूल्यों पर बड़े खतरे मंडरा रहे हैं।
अन्य वक्ताओं ने देश व प्रदेश सरकार से मांग करते हुये कहा कि भाजपा सरकार मजदूर,किसान विरोधी है और पूंजीपतियों पर मेहरबान है।इस अवसर पर किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग,गुलाब मौर्य,रामाज्ञा यादव,हरिगेन,जियालाल,मंगलदेव यादव,रामनेत, जियालाल,चंद्रमोहन, शोभनाथ,अशोक राय,सुबाष यादव,दुर्बली राम,आदि मौजूद रहे।

