
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर सिंगरामऊ में संगोष्ठी सम्पन्न, विशेषज्ञों ने उपलब्धियों और चुनौतियों पर रखे विचार।
जौनपुर।राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय, सिंगरामऊ में मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : उपलब्धियां और चुनौतियां” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर इकाई द्वारा आयोजित किया गया।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह (प्राचार्य, राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने भारतीय शिक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों के अनुरूप लाने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि इस नीति में बहुभाषिक शिक्षा, कौशल विकास, लचीला पाठ्यक्रम, और विद्यार्थी केंद्रित शिक्षा जैसे कई नवाचार शामिल किए गए हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि यह नीति समग्र विकास, शिक्षक सशक्तिकरण और प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा को बढ़ावा देती है, किंतु इसके क्रियान्वयन में कुछ व्यावहारिक चुनौतियां जैसे शिक्षक प्रशिक्षण, संसाधनों की कमी, ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी पहुंच की सीमाएं तथा प्रशासनिक जटिलताएं अब भी सामने हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है।
संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के कुँवर श्रीपाल सिंह बहुद्देश्यीय सभागार में किया गया, जिसमें शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की।
कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति ने सभी अतिथियों और सहभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक विमर्श छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे।

