बागी बलिया स्थापना दिवस पर दी गई शुभकामनाएं, जनपद के महान विभूतियों को किया नमन।
संजीव सिंह बलिया। महर्षि भृगु की तपोभूमि और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली कही जाने वाली बागी बलिया की स्थापना दिवस पर आज जिलेभर में श्रद्धा और गौरव का माहौल रहा। 1 नवंबर 1879 को अस्तित्व में आए जनपद बलिया की ऐतिहासिक विरासत को स्मरण करते हुए लोगों ने अपने पुरखों के बलिदान और योगदान को नमन किया।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, नगरा बलिया के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह (तेगा) एवं मंत्री राजीव नयन पाण्डेय ने जिलेवासियों को स्थापना दिवस की मंगलकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि यह वही भूमि है जहां से मंगल पांडेय, चित्तू पांडेय जैसे क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन को चुनौती दी और स्वतंत्रता की ज्योति जगाई। यही धरती राजा बलि की राजधानी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, डॉ. बलदेव उपाध्याय, आचार्य परशुराम चतुर्वेदी, पंडित रघुनाथ शर्मा तथा अमरकांत जैसे महान विभूतियों की जन्मभूमि रही है।संघ पदाधिकारियों ने कहा कि बलिया की इस गौरवशाली पहचान को आगे बढ़ाना हर नागरिक का कर्तव्य है, ताकि नई पीढ़ी इस वीरभूमि की आत्मा से जुड़ी रहे।

